बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विजेता Elvish Yadav को कोटा पुलिस ने हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने पूछताछ के बाद एल्विश को छोड़ दिया है. एल्विश यादव पर रेव पार्टी करने और सांप के जहर का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है और पुलिस ने उसके खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है।
बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विजेता Elvish Yadav को राजस्थान के कोटा में देखा गया है। कोटा पुलिस ने शनिवार शाम चुनावी नाकाबंदी के दौरान एल्विश यादव को रोका था और पूछताछ के बाद छोड़ दिया था. सूत्रों के मुताबिक कोटा ग्रामीण के सुकेत थाने की पुलिस ने Elvish Yadav को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर छोड़ दिया. बताया जा रहा है कि एल्विश यादव के खिलाफ राजस्थान में कोई मामला दर्ज नहीं है, इसलिए पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया।
कोटा में Elvish Yadav से पूछताछ को लेकर नोएडा पुलिस ने कहा है कि उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. नोएडा पुलिस ने कहा है कि फिलहाल उसे एल्विश यादव की हिरासत की जरूरत नहीं है. फिलहाल मामले की जांच चल रही है और जांच के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Elvish Yadav पर लगा है गंभीर आरोप
दरअसल, एल्विश यादव पर आरोप है कि वह नोएडा में रेव पार्टियां आयोजित करता था और नशा करने के लिए उसे सांप का जहर परोसा जाता था. इसके साथ ही इस पार्टी में विदेशी लड़कियों को भी बुलाया गया था. फिलहाल, नोएडा पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पूछताछ के दौरान कथित तौर पर Elvish Yadav से जुड़े होने की बात कबूल की है. फिलहाल नोएडा पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है और एल्विश और रेव पार्टी से जुड़े हर लिंक की विस्तार से जांच कर रही है।
पुलिस को शक, कहीं नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं
सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसियों को शक है कि रेव पार्टियों के लिए सांप का जहर मुहैया कराने वाले इस रैकेट का नेटवर्क देशभर के कई राज्यों और शहरों में फैला हो सकता है. एजेंसियों को संदेह है कि Elvish Yadav ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर मुंबई में अपने बॉलीवुड संपर्कों के लिए इस जहरीली पार्टी की प्रवृत्ति को पेश किया होगा।
नोएडा से मुंबई तक कुंडली खंगाल रही पुलिस
नोएडा पुलिस गिरफ्तार आरोपी से यह पता लगा रही है कि मुंबई में उसका सहयोगी कौन है? एल्विश के अलावा और कौन सा सितारा उनके संपर्क में है? क्या ऐसी कोई पार्टी मुंबई में भी आयोजित की गई थी या इसका अड्डा सिर्फ नोएडा था? वहीं इस मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।